प्रधान पद के लिए शायरी | ग्राम प्रधान पर शायरी, स्टेटस, कोट्स, पोस्टर
प्रधान पद के लिए शायरी-दोस्तों नमस्कार, आज हम इस लेख में बात करने वाले हैं ” ग्राम प्रधान पर शायरी” के बारे में। अपने सभी को शामिल करने के लिए भारत की स्थिति में हैं और धांधली बागों के जैसे जैसे वे करेंगे जो, जन व्यवस्था को भरने के लिए सबसे पहले, देश के विकास के नाम पर ठेंगा दर्ज हैं। नेता लोग अपनी तिजोरी को भर लेते हैं और गरीबों को खुश रखने के लिए थोड़ा बहुत दिखावा कर देते हैं। इस समय, ग्राम प्रधान का स्वावलंबन को प्राथमिकता देनी होगी, लेकिन आज के समय में ग्राम प्रधान समय के लिए कम से कम आपके पास 15 लाख पहले, आप इन मौसम के खराब होने की भरपाई करने के लिए, वे खुश रहें।
- प्रधान पद के लिए शायरी
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- Gram Pradhan Shayari In Hindi

जब जनता को पता लगी इनकी कहानी
तो बढ़ने लगी प्रधान जी की परेशानी
ग्राम पंचायत चुनाव फिर खत्म हो गए
जनता को किए सारे वादे दफन हो गए
इस खेल में बहुत खिलाड़ी मैदान में आते हैं, लेकिन नेता जी को हराने वाले अभी तक पैदा नहीं हो सके हैं ..
सच्चे, कर्मठ और सुयोगी है उम्मीदवार, सरपंच बनाना है उन्हें इस बार ।
सरहदों पर बहुत तनाव है क्या, कुछ पता तो करो चुनाव है क्या
खोले अपने विवेक के नयन, करें उचित सरपंच का चयन
चुनाव के समय नेता हर घर जाकर आपसे मुलाक़ात करते है, चुनाव जीतने के बाद पांच साल तक भैया ये आपसे कोई बात नही करते है.

अगर किसी अमीर को चुनाव जिताओगे,
तो बाद में उससे मिलने को भी तरस जाओगे.
हर-चंद एतबार में धोके भी हैं मगरये तो नहीं किसी पे भरोसा किया न जाए।
जिसके पास पैसा है, उसी का शोर है,
बाकी चुनाव में खड़े प्रत्याशी कमजोर है
प्रधान का बेटा अगला प्रधान बने इस प्रक्रिया को मिटाना है, आप सभी गांव वासियों को नए प्रधान को लाना है।

प्रधानी का चुनाव जब आता है,
हर गरीब दोनों टाइम मुर्गा खाता है.
ग्राम प्रधान के चुनाव में विकास का मुद्दा होता नही है, इस पद का उम्मीदवार जीत के लिए रात-रात भर सोता नही है.
जो इंसान गरीबों की ना सुने,
उसे कभी ग्राम प्रधान ना चुने.
हमें वोट दें करेंगे आपके पूरे अरमान, पूरे गाँव का हो सम्पूर्ण सम्मान

ग्राम प्रधान बनने के बाद इतना भ्रष्टाचार कर लेते है कि
उस प्रधान को अपने पूरे जीवन में कुछ करने की जरूरत नही होती है.
बड़ा महँगा हर सामान का भाव हो जाता है, जब हमारे देश में सम्पन्न चुनाव हो जाता है.
आजकल रात को जश्न मनाता मेरा गाँव है,
क्योंकि कुछ दिन में प्रधान का चुनाव है.
प्यारे गाँव के निवासियों रखो यह विश्वास प्रधान जी करेंगे गाँव का विकास

ग्राम प्रधान का चुनाव है,
तभी तो दोस्तों में भी तनाव है.
हर तरफ बंट रही है मदिरा| फोकट में मिल रहे पकवान, ग्राम पंचायत का चुनाव आया ग्राम प्रधान बनने के लिए हर कोई लगा रहा जान
कुछ लोग उसी नेता को वोट देते है,
जो चुनाव में मदिरा रुपी टॉनिक पिलाता है.
आप रखो हम पर विश्वास, हर घर में होगा आवास।

बेईमानों को चुनाव नही जितायेंगे,
मगर चुनाव में उनका खूब खायेंगे.
वोट दें आप हमें बिना पूछे कोई प्रश्न, फिर आपको गांव में मिलेगा हर सुविधा का दर्शन।
साम, दाम, दंड और भेद से बन जाता है सरपंच,
उनके स्वागत के लिए तैयार होता है गाँव का हर मंच.
वोट दें आप हमें बिना पूछे कोई प्रश्न, फिर आपको गांव में मिलेगा हर सुविधा का दर्शन।

जो इंसान गैरीबो की ना सुने,
कभी ग्राम प्रधान ना चुने का प्रयोग करें।
देखकर हमारा चुनाव निशान, आप सभी को करना है मतदान।

खेत भी बिका और लूट लिया इस गाँव ने,
बुरा हाल कर दिया इक प्रधानी के चुनाव ने,
दिल जीतना आसान मत समझनामतदाता को नादान मत समझनाजागरूक हो गई है गाँव की जनताचुनाव जीतने का सामान मत समझना
अपने गांव को भारत का सबसे स्वच्छ गांव बनाएंगे, हर जगह होगी सफाई गिनीज बुक में नाम दर्ज कराएंगे।

जो इंसान जनता की सुने,
उसे ही आप प्रधान चुने.
हर घर में विकास को लाना है, हर घर में खुशियों को खिलाना है।
ईमानदारी को एक बार आजमा कर देख लोजो है चरणों में उसे गले से लगा कर देख लोहर पल सेवा में तत्पर रहा हूँ आगे भी रहूँगाबागडोर पंचायत की एक बार थमा कर देख लो
पूरे क्षेत्र में जनता एकजुट होकर वोट उनको दें जो सबसे अच्छे, अपने सचिन जी को सबसे सच्चे

ये जो मुखिया का पद है,
गाँव में इसका बड़ा कद है.
जन जन की आवाज़ निकली बच्चा बच्चा बोलाबेईमानों की टोली निकली ईमानदारों का टोलासोच समझकर वोट देना जांच परख कर साथ
सच्चे हो तो नज़रों से नज़रें मिला कर देख लोईमानदारी को बेईमानी से हरा कर देख लोजनता ने जिसे अपने दिल में बसा रखा हैउसको जनता के दिल से उतार कर देख लो
शुरू होगा अब मादारी मेरे गाँव में,
खेत बेचकर कुछ जुआरी खड़े होंगे चुनाव में.

पैसा लेकर चुनाव न करें, किसी नेक को मतदान करें, भारत का निर्माण करें
प्यारे गाँव के निवासियों रखो यह विश्वास प्रधान जी करेंगे गाँव का विकास
जब चुनावी दंगल की शुरूआते होती है,
तभी गरीबों के मंगल की बाते होती है.
जनता की अदालत में अब इन्सान हो जाएगा(पंचायत का नाम) पंचायत से भ्रष्टाचार साफ हो जाएगाझूठे वादे करके पाँच साल जनता को जो ठगागुनाहगारों मत सोचना गुनाह माफ़ हो जाएगा

ग्राम प्रधान बनने के बाद इतना भ्रष्टाचार कर लेते है कि उस प्रधान को अपने पूरे जीवन में कुछ करने की जरूरत नही होती है.
विकास जिसका नारा है, वह प्रत्याशी हमारा हैवोट देकर सफल बनाना, चुनाव चिन्ह तारा है
जो बोटी और रोटी के लिए वोट बेच दे,
वो भ्रष्टाचार की बात ना करें.
जब ग्राम प्रधान अपना होगा, पूरा आपका हर सपना होगा।

जनता की अदालत में अब इन्सान हो जाएगा(पंचायत का नाम) पंचायत से भ्रष्टाचार साफ हो जाएगाझूठे वादे करके पाँच साल जनता को जो ठगागुनाहगारों मत सोचना गुनाह माफ़ हो जाएगा
पहले सरपंच जनता के चरणों में होंगे,
फिर जनता सरपंच के चरणों में होगी
जो गाँव की भलाई के लिए काम करेगा उसे ही गाँव का वोट मिलेगा
प्रधान चुने, गिरगिट नही,जो हर समय रंग बदले।

काम बोलता है
नाम बोलता है
आज तो बच्चा बच्चा जय जय श्री राम बोलता है
ग्राम प्रधान बनने के बाद इतना भ्रष्टाचार कर लेते है किउस प्रधान को अपने पूरे जीवन में कुछ करने की जरूरत नही होती है।
गाँव की हर समस्या का समाधान होगाकाम और ईमानदारी का गुणगान होगाजो रखेगा जनता के हित को सर्वोपरि( प्रत्याशी का नाम )इस बार पंचायत का प्रधान होगा
आजकल रात को जश्न मनाता मेरा गाँव है,क्योंकि कुछ दिन में प्रधान का चुनाव है।

विकास का परचम बना दोजनता का जनमंच बना दोतरक्की होगी पंचायत कीजगु भैया को सरपंच बना दो
भ्रष्टाचार में इनका भी नाम हैये गाँव के पूर्व प्रधान है।
ना झूठ है ना गद्दारी है ना नियत में मक्कारी हैजनसेवक हूँ जन सेवा ही असली ज़िम्मेदारी हैसब चुनाव जीतने के लिए उम्मीदवार बने हैंअपनी तो दिलों को जीतने की उम्मीदवारी है
साम, दाम, दंड और भेद से बन जाता है सरपंच,उनके स्वागत के लिए तैयार होता है गाँव का हर मंच।

जागरूक जनता से वोट की अपील करता हूँभाषणों से नहीं काम से अपनी दलील करता हूँमिल जाए गर वोट के रूप में आशीर्वाद आपकाफिर पंचायत के विकास को गतिशील करता हूँ
खेत भी बिका और लूट लिया इस गाँव ने,बुरा हाल कर दिया इक प्रधानी के चुनाव ने।
अगर सियासत होगी तो
आलोचना जमकर करेंगे
फिर देखना समाज को तर्की पर लायेंगे
जो इंसान जनता की सुनेउसे ही आप प्रधान चुने

चुनाव नेताओ का दौर हें
वादों में निकल जाएगा
झूठी चाल से चलकर नेता सरपंच बन जायेगा
शुरू होगा अब मादारी मेरे गाँव में,खेत बेचकर कुछ जुआरी खड़े होंगे चुनाव में।
अगर कोई ईमानदार और अच्छा है,तो उसे वोट भी दे और उसे सपोर्ट भी दे।

देश भक्ति में मिलावटी अपने अपने शासन की पड़ी है
खुद के राज्ये के शासन पर राज करने को पड़ी है
जिसके पास पैसा है, उसी का शोर हैबाकी चुनाव में खड़े प्रत्याशी कमजोर है
चुनावों में किसकी परीक्षा ले
यहां सब कुछ ठीक हैं
हर नेता चुनाव जीत रहे हैं
न फिर सब कुछ सही है

पंचायत राज के युद्ध को ही बड़ी कसरत हो रही हैइलेक्सन के दिन गरीबों की बड़ी सेवा हो रही है
अगर जो चुनाव लडकर जो नेता राजनिति छोड़ देतो समझ लेना उसकी सबसे बड़ी हार हूं
अगर सियासत होगी तो आलोचना जमकर करेंगे, फिर देखना समाज को तर्की पर लायेंगे
जो बोटी और रोटी के लिए वोट बेच दे,वो भ्रष्टाचार की बात ना करें।

शब्दों का मायाजाल है चुनावजो चल रहा है शहर – शहर गाँव गाँव
फिलहाल तो यूं हैं कुछ कर नहीं सकतेउम्र अपनी कम है चुनाव लड़ नहीं सकते
अब तो कस्बे में ऊंची हवेली खड़ी हो गई
बाग-बगीचे और चौबारे में चमेली खड़ी हो गई
ईमानदार बनते बनते प्रधान जी लंबा रुपया कमा गए
प्रधानी में घोटाले करके लाखों रुपया खा गए
आप भी सुनिए नेता जी क्या-क्या कह रहे हैंदौरे तरक्की में भी दर्द गरीब ही सह रहे हैं
किसी पेड़ के कटने का किस्सा न होता,अगर कुल्हाड़ी के पीछे लकड़ी का हिस्सा न होगा।

बड़ा महँगा हर सामान का भाव हो जाता हैजब हमारे देश में सम्पन्न चुनाव हो जाता है
नए किरदार आते जा रहे हैंमगर नाटक पुराना चल रहा है
किसी पेड़ के कटने का किस्सा न होताअगर कुल्हाड़ी के पीछे लकड़ी का हिस्सा न होगा
विकास के लिए लेकर अपनी दलील आया हूँ
आपके हक़ के लिए बनकर वकील आया हूँ
क्षेत्र की निरंतर प्रगति के लिए समर्पण भाव से
आप सबसे वोट के लिए करने अपील आया हूँ

चुनाव के दौरान हर कोई अपनी दलील देता है
चांद तारों को धरती पर लाने की अपील करता है
प्यारे दोस्तों सोच समझकर वोट देना
चुनाव जीतने के बाद नेता ही जनता को जलील करता है
नए किरदार आते जा रहे हैं,मगर नाटक पुराना चल रहा है।
विकास के लिए यही दलील
वोट देकर मेरा साथ देना
आप सभी से मेरी यही अपील

स्वभाव अपना विकासशील है
समय के साथ सोच गतिशील है
हर ग़रीब की आवाज़ के लिए
आप सभी से वोट की अपील है
सरहदों पर बहुत तनाव है क्याकुछ पता तो करो चुनाव है क्याऔर खौफ बिखरा है दोनों समतो मेंतीसरी समत का दबाव है क्या
बड़ा महँगा हर सामान का भाव हो जाता हैजब हमारे देश में सम्पन्न चुनाव हो जाता है
